श्री हनुमान चालीसा || Shree Hanuman Chalisa in Hindi
हनुमान चालीसा को गोस्वामी तुलसीदास जी ने 16वीं सदी में मतलब आज से 400 साल पहले अवधि भाषा में लिखा था।
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और पढ़े....हे! भोले भण्डारी दयानिधानशंकर तुम हो, करुणानिधानकंठ में रोका विष भी तुमनेतुम ही शंका का समाधान तुम रुद्र रूप तुम हो सर्पधारीतुम देव-असुर सबके नाथतुम कैलाशपति तुम गौरीशंकरतुम ही भक्तों के भोलेनाथ महेश हो तुम श्रेष्ठ जगत मेंप्रलय रोकने वाले हो शंभुअंधियारे को उजियाला करतेतुम महाकाल तुम विश्वनाथ पिनाकी बन कर रहते मस्तशशिशेखर तुम बनते […]
और पढ़े....स्वामी विवेकानंद मेरठ में अपने शिष्यों के साथ थे। उसी दौरान स्वामी अखंडानंद भी वहां आए। वहां पास में एक लाइब्रेरी थी। उस लाइब्रेरी से स्वामी विवेकानंद ने एक किताबें लाने के लिए कहा था। इसके बाद अखंडानंद ने बैंकर, दार्शनिक और राजनीतिज्ञ ‘सर जॉन लबॉक’ की वो किताब लेकर जिसके कई पार्ट थे।ये किताब […]
और पढ़े....हिंदू आध्यात्मिकता के तपस्वी योद्धा नागा साधु कुंभ मेले के दौरान एक रहस्यमय और आकर्षक दृश्य होते हैं, जहां वे बड़ी संख्या में एकत्रित होते हैं, जो भक्तों और पर्यटकों का ध्यान समान रूप से आकर्षित करते हैं. हालांकि, ये रहस्यमयी आकृतियां उत्सव समाप्त होने के बाद सार्वजनिक जीवन से गायब हो जाती हैं, जिससे […]
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